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This diagram is extrapolated from analysis by Rainer Welle in "Ein unvollendetes Meisterwerk der Fecht- und Ringkampfliteratur des 16. Jahrhunderts sucht seinen Autor: der Landshuter Holzschneider und Maler Georg Lemberger als Fecht- und Ringbuchillustrator?" Codices manuscripti & impressi. Supplementum 12. Purkersdorf: Ⅴerlag Brüder Hollinek, 2017. Note that in addition to the lost or removed pages, quires Ⅸ and Ⅹ seem to have been swapped during binding (probably the original binding). Quires ⅩⅩⅩⅤ-ⅩⅩⅩⅨ were also rearranged during binding, and the correct order would seem to be ⅩⅩⅩⅣ, ⅩⅩⅩⅦ, ⅩⅩⅩⅥ, ⅩⅩⅩⅧ, ⅩⅩⅩⅤ, ⅩⅩⅩⅨ. 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
|  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  
| Ⅰ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | Ⅰ |  
| Ⅱ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | Ⅱ |  
| Ⅲ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | Ⅲ |  
| Ⅳ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | Ⅳ |  
| Ⅴ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | Ⅴ |  
| Ⅵ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | Ⅵ |  
| Ⅶ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | Ⅶ |  
| Ⅷ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | Ⅷ |  
| Ⅸ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | Ⅸ |  
| Ⅹ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | Ⅹ |  
| ⅩⅠ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅠ |  
| ⅩⅡ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅡ |  
| ⅩⅢ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅢ |  
| ⅩⅣ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅣ |  
| ⅩⅤ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅤ |  
| ⅩⅥ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅥ |  
| ⅩⅦ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅦ |  
| ⅩⅧ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅧ |  
| ⅩⅨ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅨ |  
| ⅩⅩ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅩ |  
| ⅩⅩⅠ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅩⅠ |  
| ⅩⅩⅡ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅩⅡ |  
| ⅩⅩⅢ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅩⅢ |  
| ⅩⅩⅣ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅩⅣ |  
| ⅩⅩⅤ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅩⅤ |  
| ⅩⅩⅥ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅩⅥ |  
| ⅩⅩⅦ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅩⅦ |  
| ⅩⅩⅧ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅩⅧ |  
| ⅩⅩⅨ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅩⅨ |  
| ⅩⅩⅩ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅩⅩ |  
| ⅩⅩⅩⅠ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅩⅩⅠ |  
| ⅩⅩⅩⅡ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅩⅩⅡ |  
| ⅩⅩⅩⅢ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅩⅩⅢ |  
| ⅩⅩⅩⅣ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅩⅩⅣ |  
| ⅩⅩⅩⅤ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅩⅩⅤ |  
| ⅩⅩⅩⅥ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅩⅩⅥ |  
| ⅩⅩⅩⅦ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅩⅩⅦ |  
| ⅩⅩⅩⅧ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅩⅩⅧ |  
| ⅩⅩⅩⅨ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩⅩⅩⅨ |  
| ⅩL |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩL |  
| ⅩLⅠ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩLⅠ |  
| ⅩLⅡ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩLⅡ |  
| ⅩLⅢ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩLⅢ |  
| ⅩLⅣ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩLⅣ |  
| ⅩLⅤ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩLⅤ |  
| ⅩLⅥ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩLⅥ |  
| ⅩLⅦ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩLⅦ |  
| ⅩLⅧ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩLⅧ |  
| ⅩLⅨ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | ⅩLⅨ |  
| L |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | L |  
| LⅠ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | LⅠ |  
| LⅡ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | LⅡ |  
| LⅢ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | LⅢ |  
| LⅣ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | LⅣ |  
| LⅤ |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  |  | LⅤ |  
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